सच्चाई: क्या हुआ?
१)पहलगाम हमला (22 अप्रैल 2025)
यह संघर्ष 22 अप्रैल 2025 को जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले से शुरू हुआ, जिसमें 25 हिंदू पर्यटक, एक ईसाई पर्यटक, और एक स्थानीय मुस्लिम गाइड मारे गए। हमलावरों ने पुरुषों को अलग किया और गैर-मुस्लिमों को निशाना बनाया।भारत ने इस हमले के लिए पाकिस्तान समर्थित आतंकवादी समूहों को जिम्मेदार ठहराया, जबकि पाकिस्तान ने इन आरोपों से इनकार किया। शुरुआत में "द रेजिस्टेंस फ्रंट" नामक समूह ने हमले की जिम्मेदारी ली, लेकिन बाद में इसे खारिज कर दिया।
२)ऑपरेशन सिंदूर (7 मई 2025)
भारत ने इस हमले का जवाब देने के लिए 7 मई को "ऑपरेशन सिंदूर" शुरू किया, जिसमें पाकिस्तान और पाकिस्तान प्रशासित कश्मीर में "आतंकवादी ठिकानों" पर ड्रोन और मिसाइल हमले किए गए।इन हमलों में पाकिस्तान के छह हवाई अड्डों को नुकसान पहुंचा, जिसमें तीन हैंगर, दो रनवे, और कुछ सैन्य संरचनाएं शामिल थीं। पाकिस्तान ने जवाबी हमले किए, लेकिन भारत का दावा है कि कोई बड़ा नुकसान नहीं हुआ।
३)युद्धविराम (10 मई 2025)
चार दिन की तीव्र सैन्य कार्रवाई के बाद, 10 मई को अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प की मध्यस्थता से दोनों देशों ने युद्धविराम की घोषणा की। ट्रम्प ने दावा किया कि उन्होंने भारत और पाकिस्तान को व्यापार बढ़ाने और शांति स्थापित करने के लिए राजी किया।युद्धविराम के बाद दोनों देशों ने कैद किए गए सैनिकों का आदान-प्रदान किया, जिसमें भारत ने एक पाकिस्तानी रेंजर और पाकिस्तान ने एक भारतीय सीमा सुरक्षा बल के जवान को रिहा किया।
४)नुकसान और दावे
भारत ने पांच सैनिकों और कुछ विमानों के नुकसान की पुष्टि की, जबकि पाकिस्तान ने 11 सैनिकों और छह वायुसेना कर्मियों की मौत की बात कही।दोनों देशों ने जीत का दावा किया, लेकिन सैटेलाइट इमेजरी से पता चलता है कि नुकसान दोनों पक्षों के दावों से कम था।भारत ने पाकिस्तान के परमाणु हथियारों को अंतरराष्ट्रीय परमाणु ऊर्जा एजेंसी (IAEA) के नियंत्रण में लाने की मांग की, जिसे पाकिस्तान ने खारिज कर दिया।
५)कश्मीर का मुद्दा
कश्मीर इस संघर्ष का केंद्र रहा। भारत और पाकिस्तान दोनों पूरे कश्मीर पर दावा करते हैं, लेकिन केवल इसके हिस्सों को नियंत्रित करते हैं। यह क्षेत्र 1947 से विवाद का कारण रहा है।भारत ने कश्मीर को द्विपक्षीय मुद्दा बताया और किसी तीसरे पक्ष (जैसे अमेरिका) की मध्यस्थता को खारिज किया।
अफवाहें और उनका खंडन
१)अफवाह: पाकिस्तान ने पांच भारतीय लड़ाकू विमान मार गिराए
सच्चाई: पाकिस्तान ने दावा किया कि उसने पांच भारतीय विमानों को मार गिराया, लेकिन भारत और स्वतंत्र स्रोतों ने इसकी पुष्टि नहीं की। पाकिस्तान के सैन्य प्रवक्ता ने कहा कि ये विमान भारतीय क्षेत्र में ही गिराए गए, और कोई सीमा पार नहीं हुई।सैटेलाइट इमेज और विश्लेषण से पता चलता है कि भारत को कुछ विमानों का नुकसान हुआ, लेकिन पांच विमानों का दावा अतिशयोक्तिपूर्ण है।
२)अफवाह: भारत और पाकिस्तान परमाणु युद्ध के कगार पर थे
सच्चाई: दोनों देशों के पास लगभग 170-170 परमाणु हथियार हैं, और इस संघर्ष ने परमाणु युद्ध की आशंका बढ़ा दी थी। हालांकि, कोई ठोस सबूत नहीं है कि परमाणु हथियारों का इस्तेमाल होने वाला था। पाकिस्तान की परमाणु समिति की बैठक की खबरें आईं, लेकिन युद्धविराम ने स्थिति को नियंत्रित कर लिया।
३)अफवाह: भारत ने पाकिस्तान के परमाणु ठिकानों को निशाना बनाया
सच्चाई: युद्ध इतिहासकार टॉम कूपर ने दावा किया कि भारत के पास पाकिस्तान के परमाणु ठिकानों को निशाना बनाने की क्षमता थी, लेकिन भारत ने केवल आतंकवादी ठिकानों को निशाना बनाया। कोई विश्वसनीय स्रोत इस बात की पुष्टि नहीं करता कि परमाणु ठिकाने निशाने पर थे।
४)अफवाह: पाकिस्तान की मस्जिद से भारत के समर्थन में ऐलान हुआ
सच्चाई: एक एक्स पोस्ट में दावा किया गया कि पाकिस्तान की मस्जिद से एक मौलाना ने भारत के समर्थन में बयान दिया। यह दावा असत्यापित है और मुख्यधारा के समाचार स्रोतों में इसकी कोई पुष्टि नहीं मिली। ऐसी खबरें अक्सर प्रचार या भ्रामक जानकारी के हिस्से के रूप में फैलती हैं।
५)अफवाह: युद्ध के कारण भारत-पाकिस्तान के बीच व्यापार पूरी तरह बंद हो गया
सच्चाई: ट्रम्प ने दावा किया कि उन्होंने व्यापार रोकने की धमकी दी थी, लेकिन भारत के विदेश मंत्रालय ने स्पष्ट किया कि अमेरिका के साथ व्यापार पर कोई चर्चा नहीं हुई। दोनों देशों के बीच व्यापार पहले से ही सीमित है, और इस संघर्ष का व्यापार पर कोई बड़ा प्रभाव नहीं पड़ा।